गुस्सा तब आता है जब जेटली प्रेस कॉन्फ्रेंस मे एक के बाद एक गर्वोक्तिया करते जाते हैं , पता नहीं लोग क्यों उसे प्रेस कॉन्फ्रेंस कहते हैं यहाँ से तो वह एकालाप ही नजर आता है, … जैसे जादूगर हैट से कबूतर निकलता है कुछ उसी अंदाज से जेटली नोटबंदी के हैट से निकले अप्रत्यक्ष