- December 6, 2016
- Posted by: Rohit Sharma
- Category: News

संसद में जानकारी दी गई है कि देशभर की 78 कंपनियां निवेशकों का पैसा लेकर गायब हो गई हैं। इसमें से सबसे ज्यादा गुजरात की 17 कंपनियां हैं. मप्र की भी 5 कंपनियां लोगों का पैसा लेकर गायब हुई हैं. ये कंपनियां तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और पंजाब की हैं.
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में सवाल के लिखित जवाब में बताया कि अब तक इस तरह की 238 कंपनियों की पहचान की गई है। इन 78 कंपनियों ने बाजार से करीब 312 करोड़ रुपए उगाहे थे.
मेघवाल ने बताया कि ये कंपनियां चिटफंड स्कीम, मल्टी लेवल मार्केटिंग आदि काम किया करती थीं और इन कंपनियों ने अवैध तरीकों से जनता से पैसा उगाहा.
उन्होंने कहा कि इसमें से गुजरात में सबसे ज्यादा 17 कंपनियां थीं. आंध्र प्रदेश में 13, तमिलनाडु में 10 महाराष्ट्र में 9 और पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मप्र और में पांच-पांच कंपनियां थीं.
अभी ३० दिसम्बर बाकी है, देखते जाइये कौन कौन भागता है