“अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 7 ट्वीट करने के 40 रुपये एजेंसियों को दिए जाते हैं”

हाल ही में एक किताब में दावा किया गया था कि बीजेपी के आईटी सेल के हेड ने एक्टर आमिर खान को स्नैपडील के ब्रैंड एम्बैसडर से हटाने के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ी थी. इसी किताब से कुछ और तथ्य भी सामने आ रहे हैं. किताब के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी राजनेताओं, गांधी परिवार, पत्रकार और फिल्मकारों को ट्विटर या सोशल मीडिया पर ट्रोल कराने के लिए एक अलग से टीम बनाई हुई है. पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी द्वारा लिखी गई किताब I Am A Troll में बीजेपी की आईटी सेल की पूर्व वॉलंटियर साध्वी खोसला के हवाले से कहा गया कि वॉलंटियर्स और कर्मचारियों को बीजेपी की आईटी सेल ने मुख्यधारा के पत्रकारों की एक हिटलिस्ट दी थी, जिन पर लगातार सोशल मीडिया पर हमला करना था. उन्होंने दावा किया कि इसका मकसद गांधी परिवार का पर्दाफाश करना और उन्हें ट्रोल कराना था. किताब में कहा गया कि अगर कहीं भी मोदीजी के बारे में कोई अवांछित जिक्र होता है तो बीजेपी की डिजिटल ट्रैकिंग टूल्स की मदद से उसे सुधारा जाता है.
खोसला की इस किताब में बीजेपी के नैशनल डिजिटल अॉपरेशंस सेंटर (एनडीओसी) के हेड अरविंद गुप्ता को मुख्य तौर पर निशाने पर रखा गया है. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इन आरोपों को बकवास बताया. उन्होंने दावा कि खोसला ने कभी हमारे साथ काम नहीं किया, लेकिन वह उनसे एक शादी में मिले थे और वहां उसने एक प्रोजेक्ट मांगा था जो उन्हें नहीं मिला.
डेक्कन क्रॉनिकल में छपी एक रिपोर्ट में कहा गया कि  इस किताब में लोकसभा चुनावों के समय की खोसला की चंडीगढ़ से बीजेपी उम्मीदवार किरण खेर के साथ उन्हीं के घर चाय पर चर्चा के दौरान एक तस्वीर भी छापी गई है. वहीं गुप्ता ने कहा कि खोसला पंजाब में कांग्रेस के साथ काम करती हैं.
एक चैप्टर द बीजेपी कनेक्शन में लेखिका ने खोसला के हवाले से लिखा कि लोकसभा चुनावों में जीत के बाद बीजेपी की आईटी सेल का कद और बढ़ गया और रोज नए लोगों को ढूंढकर उनको निशाना बनाए जाने लगा.

उन्होंने कहा कि आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देजनर बीजेपी की सोशल मीडिया टीम को और बढ़ाया जा रहा है. किताब में दावा किया गया कि खोसला ने इस बारे में बीजेपी के राम माधव और आरएसएस के सामने भी चिंता जताई थी लेकिन राम माधव ने कहा कि तुम्हारा नाम साध्वी पार्टी के लिए काफी अच्छा है. पॉजिटिव पर फोकस करो और इन चीजों पर ध्यान मत दो. दावा यह भी किया गया कि कुछ एजेंसियों को विपक्ष के खिलाफ ट्रेंड चलाने के लिए पैसे भी दिए जाते हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 7 ट्वीट करने के 40 रुपये एजेंसियों को दिए जाते हैं.



Author: Rohit Sharma
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